Wednesday 12 April 2017

एक अज़ीब सा रिश्ता है मेरे और ख्वाहिशों

एक अज़ीब सा रिश्ता है मेरे और ख्वाहिशों के दरमियाँ,

वो मुझे जीने नही देतीं और मैं उन्हें मरने नही देता↶↶↶

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