Saturday 15 April 2017

मेरा देखो महबूब आज कितना शरमाया

उनके लबो पर देखो फिर आज मेरा नाम आया है;
लेकर नाम मेरा देखो महबूब आज कितना शरमाया है;
पूछे मेरी ये आँखे उनसे कि कितनी मोहब्बत है मुझसे;
बोले वो पलके झुका कि मेरी हर साँस में बस तू ही समाया है↫↫↫

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