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Friday 12 May 2017

मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन

जब रूह किसी बोझ से थक जाती है;
एहसास की लौ और भी बढ़ जाती है;
मैं बढ़ता हूँ ज़िन्दगी की तरफ लेकिन;
ज़ंजीर सी पाँव में छनक जाती है↵↵↵

Sunday 7 May 2017

हार जा चाहे जिन्दगी मे सब कुछ

हौसले के तरकश में,
कोशिश का वो तीर ज़िंदा रख;
हार जा चाहे जिन्दगी मे सब कुछ,
मगर फिर से जीतने की उम्मीद जिन्दा रख↵↵↵

Thursday 13 April 2017

इश्क तो किया था तुमने भी शौंक से

हर वक़्त तेरी यादें तडपाती हैं मुझे;
आखिर इतना क्यों ये सताती हैं मुझे;
इश्क तो किया था तुमने भी शौंक से;
तो क्यों नहीं यह एहसास दिलाती हैं तुझे⇙⇙⇙