New whatsapp messages sms 2016


  1. शब्द संभाले बोलिए, शब्द के हाथ न पावं!
  2. “!@#एक शब्द करे औषधि, एक शब्द करे घाव!

  3. “##शब्द सम्भाले बोलियेे, शब्द खीँचते ध्यान!
  4. “शब्द मन घायल करेँ, शब्द बढाते मान!

  5. “शब्द मुँह से छूट गया, शब्द न वापस आय..
  6. “#शब्द जो हो प्यार #भरा, शब्द ही मन मेँ समाएँ!

  7. “शब्द मेँ है भाव रंग का, शब्द है मान महान!
  8. #“शब्द जीवन रुप है, शब्द ही दुनिया जहान!

  9. “शब्द ही कटुता रोप देँ, शब्द ही बैर हटाएं!
  10. “शब्द जोङ देँ टूटे मन, शब्द ही प्यार बढाएं.

  11. =============================
  12.  
  13. अक्ल बाटने लगे विधाता,
  14. लंबी लगी कतारें ।
  15. सभी आदमी खड़े हुए थे,
  16. कहीं नहीं थी नारें ।

  17. सभी नारियाँ कहाँ रह गई.
  18. था ये अचरज भारी ।
  19. पता चला ब्यूटी पार्लर में,
  20. पहुँच गई थी सारी।

  21. मेकअप की थी गहन प्रक्रिया,
  22. एक एक पर भारी ।
  23. बैठी थीं कुछ इंतजार में,
  24. कब आएगी बारी ।

  25. उधर विधाता ने पुरूषों में,
  26. अक्ल बाँट दी सारी ।
  27. ब्यूटी पार्लर से फुर्सत पाकर,
  28. जब पहुँची सब नारी ।

  29. बोर्ड लगा था स्टॉक ख़त्म है,
  30. नहीं अक्ल अब बाकी ।
  31. रोने लगी सभी महिलाएं ,
  32. नींद खुली ब्रह्मा की ।

  33. पूछा कैसा शोर हो रहा है,
  34. ब्रह्मलोक के द्वारे ?
  35. पता चला कि स्टॉक अक्लका,
  36. पुरुष ले गए सारे ।

  37. ब्रह्मा जी ने कहा देवियों ,
  38. बहुत देर कर दी है ।
  39. जितनीभी थी अक्ल वो मैंने,
  40. पुरुषों में भर दी है ।

  41. लगी चीखने महिलाये ,
  42. ये कैसा न्याय तुम्हारा?
  43. कुछ भी करो हमें तो चाहिए.
  44. आधा भाग हमारा ।

  45. पुरुषो में शारीरिक बल है,
  46. हम ठहरी अबलाएं ।
  47. अक्ल हमारे लिए जरुरी ,
  48. निज रक्षा कर पाएं ।

  49. सोचकर दाढ़ी सहलाकर ,
  50. तब बोले ब्रह्मा जी ।
  51. एक वरदान तुम्हे देता हूँ ,
  52. अब हो जाओ राजी ।

  53. थोड़ी सी भी हँसी तुम्हारी ,
  54. रहे पुरुष पर भारी ।
  55. कितना भी वह अक्लमंद हो,
  56. अक्ल जायेगी मारी ।

  57. एक औरत ने तर्क दिया,
  58. मुश्किल बहुत होती है।
  59. हंसने से ज्यादा महिलाये,
  60. जीवन भर रोती है ।

  61. ब्रह्मा बोले यही कार्य तब,
  62. रोना भी कर देगा ।
  63. औरत का रोना भी नर की,
  64. अक्ल हर लेगा ।

  65. एक अधेड़ बोली बाबा ,
  66. हंसना रोना नहीं आता ।
  67. झगड़े में है सिद्धहस्त हम,
  68. खूब झगड़ना भाता ।

  69. ब्रह्मा बोले चलो मान ली,
  70. यह भी बात तुम्हारी ।
  71. झगडे के आगे भी नर की,
  72. अक्ल जायेगी मारी ।

  73. ब्रह्मा बोले सुनो ध्यान से,
  74. अंतिम वचन हमारा ।
  75. तीन शस्त्र अब तुम्हे दिए.
  76. पूरा न्याय हमारा ।

  77. इन अचूक शस्त्रों में भी,
  78. जो मानव नहीं फंसेगा ।निश्चित समझो,
  79. उसका घर नहीं बसेगा ।

  80. कहे कवि मित्र ध्यान से,
  81. सुन लो बात हमारी ।
  82. बिना अक्ल के भी होती है,
  83. नर पर नारी भारी।

  84. =============================

  85. ये ग्रुप बड़ा बेमिसाल है
  86. हर किसी को इक दूजे का ख्याल है।
  87. ये ग्रुप नही ये प्रेम की बस्ती है
  88. यहां मनोरंजन की डगर बहुत सस्ती है।
  89. मिलता यंहा ज्ञान का भंडार है
  90. कुछ दोस्तों के हुनर से हुआ साकार है।
  91. ये ग्रुप तकनीक से भी ओतप्रोत है
  92. हमारा एडमिन इसका सबसे बड़ा श्रोत है।
  93. इस ग्रुप में जीनियस की भी भरमार है
  94. कुछ दबंगो की यहां भी सरकार है।
  95. यहां सालगिरह और जन्मदिन भी मनाये जाते है
  96. आन लाइन गिफ्ट और केक भी पहुचाये जाते है।
  97. इस सब के बीच कुछ दोस्तो की चुप्पी बहुत खलती है
  98. उनसे भी गुफ्तगु को भावनाये मचलती है।।

  99. =============================
  100. जिन्दगी का एक ओर वर्ष कम हो चला,
  101. कुछ पुरानी यादें पीछे छोड़ चला..

  102. कुछ ख्वाईशैं दिल मे रह जाती हैं..
  103. कुछ बिन मांगे मिल जाती हैं ..

  104. कुछ छोड़ कर चले गये..
  105. कुछ नये जुड़ेंगे इस सफर मे ..

  106. कुछ मुझसे बहुत खफा हैं..
  107. कुछ मुझसे बहुत खुश हैं..

  108. कुछ मुझे मिल के भूल गये..
  109. कुछ मुझे आज भी याद करते हैं..

  110. कुछ शायद अनजान हैं..
  111. कुछ बहुत परेशान हैं..

  112. कुछ को मेरा इंतजार हैं ..
  113. कुछ का मुझे इंतजार है..

  114. कुछ सही है
  115. कुछ गलत भी है.
  116. कोई गलती तो माफ कीजिये और
  117. कुछ अच्छा लगे तो याद कीजिये।

  118. Happy New Year 2016

  119. =============================

  120. सबकी जिंदगी बदल गयी
  121. एक नए सिरे में ढल गयी

  122. कोई गर्लफ्रेंड में busy है
  123. कोई बीवी के पीछे crazy हैं

  124. किसी को नौकरी से फुरसत नही
  125. किसी को दोस्तों की जरुरत नही

  126. कोई पढने में डूबा है तो
  127. किसी की दो दो महबूबा हैं

  128. सारे यार गुम हो गये हैं
  129. तू से आप और तुम हो गये है

  130. कोई hello बोल कर
  131. formality करता हैं
  132. कोई बात न करने के लिए
  133. guilty करता हैं

  134. वक़्त वक़्त की बात हैं, किसी ने number save किया
  135. किसी ने अजनबी सा behave किया

  136. माना के अब हम साथ नही है
  137. पर चुप चुप रहने की भी
  138. कोई बात तो नही हैं

  139. कभी मिलो तो बोल लिया करो
  140. बंद गांठो को खोल लिया करो

  141. शिकायत हो तो दूर करो यारो
  142. पर एक दुसरे से दुर तो न रहो ..

  143. इस दोस्ती को यूंही बनाये रखना
  144. दिल में यादों के चिराग जलाये रखना..

  145. बहुत प्यारा सफ़र रहा
  146. साल 2015 का;
  147. अपना साथ 2016 में भी
  148. बनाये रखना…


  149. =============================
  150. एक सच छुपा होता है जब कोई कहता है..
  151. “मजाक था यार”

  152. **

  153. एक फीलिंग छुपी होती है जब कोई कहता है..
  154. “मुझे कोई फर्क नही पङता”

  155. **

  156. एक दर्द छुपा होता है जब कोई कहता है..
  157. “Its ok”

  158. **

  159. एक जरूरत छुपी होती है जब कोई कहता है..
  160. “मुझे अकेला छोङ दो”

  161. **

  162. एक गहरी बात छुपी होती है जब कोई कहता है..
  163. “पता नही”

  164. **

  165. एक बातों का समंदर छुपा है जब कोई
  166. खामोश रहता है…

  167. ——

  168. इसीलिए एक ऑपन हार्ट सर्जरी की यूनिट के बाहर लिखा था कि

  169. अगर दिल खोल लेते अपने यारों के साथ
  170. तो आज नही खोलना पङता औजारों के साथ..!! 


  171.  
  172. =============================

  173.  
  174. बेहतरीन शब्द…..

  175. “जब मैंने जन्म लिया,वहां “एक नारी” थी जिसने मुझे थाम लिया……

  176. || मेरी माँ ||

  177. बचपन में जैसे जैसे मैं बड़ा होता गया “एक नारी” वहां मेरा ध्यान रखने और मेरे साथ खेलने के लिए मौजूद थी…..

  178. || मेरी बहन ||

  179. जब मैं स्कूल गया “एक नारी” ने मुझे पढ़ने और सिखने में मदद की……

  180. || मेरी शिक्षिका ||

  181. जब भी मै जीवन से निराश और हताश हुआ और जब भी हारा तब “एक नारी” ने मुझे संभाला …

  182. || मेरी महिला मित्र ||

  183. जब मुझे सहयोग,साथी और प्रेम की आवश्यकता हुई तब “एक नारी” हमेशा मेरे साथ थी…..

  184. || मेरी पत्नी ||

  185. जब भी मैं जीवन में कठोर हुआ तब “एक नारी” ने मेरे व्यवहार को नरम कर दिया…..

  186. ||मेरी बेटी||

  187. जब मैं मरूँगा तब भी “एक नारी” मुझे अपने गोद में समा लेगी…….

  188. || धरती माँ ||

  189. यदि आप पुरुष हैं तो हर नारी का सम्मान करें…..और यदि आप महिला हैं, उन में से एक होने पर गर्व करे…

  190. =============================

  191. स्माईल प्लीज

  192. एक स्माईल :- दो अजनबी के लिए
  193. विवाह के बन्धन में बाध सकती

  194. एक स्माईल : – छोटे बच्चे की
  195. एक माँ की ममता को जगाती

  196. एक स्माईल : – एक माँ की
  197. बच्चे की ज़िद पूरी करती

  198. एक स्माईल : – पत्नी की
  199. पती के दिनभर की थकान मिटाती

  200. एक स्माईल : – पती की
  201. घरसंसार को सुखी बनाती

  202. एक स्माईल : – शिक्षक की
  203. विद्यार्थी का जीवन सवारती

  204. एक स्माईल : – डॉक्टर की
  205. मरीज़ की बीमारी दूर करती

  206. एक स्माईल : – दुकानदार की
  207. ग्राहक के विष्वास को बढ़ाती

  208. एक स्माईल : – माँ पिता की
  209. आयुष्यमान का आशीर्वाद देती

  210. चलो एक स्माइल दे..
  211. संसार के सही आनंद के लिए…..

  212. =============================
  213. माँ तुम हो कितनी अनमोल

  214. गोद में सिर रख कर के अपनी
  215. जब लोरियां सुनाया करती थी तुम

  216. बेखौफ ही नीद के आगोश में चला जाता था मैं

  217. दूर जब से हुआ हूँ तुमसे
  218. नीद भी ठीक से आती नही रात को

  219. सर्द मौसम जब अपने आगोश में लेता था मुझे

  220. चुप से ही पास आकर मेरे
  221. प्यार से चादर उढा जाया करती थी तुम

  222. अच्छा हूँ मैं तुम्हारा दुलारा हूँ मैं
  223. हर पल ही जताती थी तुम

  224. हो मुझे कोई पीड़ा तो दर्द से सिंहर उठती थी तुम
  225. सिरहाने पर बैठकर अक्सर सिर को मेरे सहलाती थी तुम

  226. माँ जब से दौड़ा जिंदगी की दौड़ में

  227. दूर तुमसे होता गया
  228. कभी इस नगर तो कभी उस नगर

  229. अब उस प्यार के स्पर्श को तरस जाता हूँ मैं

  230. लगता है कि जैसे कोई प्यास है जो कभी बुझती नहीं

  231. हाँ माँ तुम हो कितनी अनमोल

  232. और तुम्हारे वो मीठे बोल
  233. हर पल ही याद आते हैं मुझे!

  234. =============================

  235. ऐ “सुख” तू कहाँ मिलता है
  236. क्या तेरा कोई स्थायी पता है

  237. क्यों बन बैठा है अन्जाना
  238. आखिर क्या है तेरा ठिकाना।

  239. कहाँ कहाँ ढूंढा तुझको
  240. पर तू न कहीं मिला मुझको

  241. ढूंढा ऊँचे मकानों में
  242. बड़ी बड़ी दुकानों में

  243. स्वादिस्ठ पकवानों में
  244. चोटी के धनवानों में

  245. वो भी तुझको ढूंढ रहे थे
  246. बल्कि मुझको ही पूछ रहे थे

  247. क्या आपको कुछ पता है
  248. ये सुख आखिर कहाँ रहता है?

  249. मेरे पास तो “दुःख” का पता था
  250. जो सुबह शाम अक्सर मिलता था

  251. परेशान होके रपट लिखवाई
  252. पर ये कोशिश भी काम न आई

  253. उम्र अब ढलान पे है


  254. =============================


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