Tuesday 11 April 2017

पलकों में आँसू और दिल में दर्द सोया

पलकों में आँसू और दिल में दर्द सोया है;
हँसने वालों को क्या पता रोने वाला किस कदर रोया है;
ये तो बस वो ही जान सकता है, मेरी तन्हाई का आलम;
जिसने ज़िंदगी में, किसी को पाने से पहले खोया हो⬋⬋⬋⬋

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