Showing posts with label Apni To Zindagi Ki Azib Khani Hai. Show all posts
Showing posts with label Apni To Zindagi Ki Azib Khani Hai. Show all posts

Wednesday, 28 June 2017

मोहब्बत है हम दोनों को एक-दूसरे से

आँखों में चाहत दिल में कशिश है;
ना जाने फिर क्यों मुलाकात में बंदिश है;
मोहब्बत है हम दोनों को एक-दूसरे से;
फिर भी दिलों में ना जाने यह रंजिश क्यों है।

Wednesday, 29 March 2017